ग्राम पंचायत सांकरी में 27 वर्षों बाद आयोजित हुआ पांडव नृत्य ,ग्रामीणों से गुलजार हुआ साकरी गांव
ग्राम पंचायत सांकरी में 27 वर्षों बाद आयोजित हुआ पांडव नृत्य ,ग्रामीणों से गुलजार हुआ साकरी गांव
(विपिन सेमवाल, tehelka uk न्यूज)
गुप्तकाशी। एसएनबी। द्वापर युग के पांडवों के युद्ध, वनवास और मोक्ष की सभी कथाओं को जीवंत करने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत सांकरी में 27 वर्षों बाद आयोजित पांडव लीला में क्षेत्र के सैकड़ो भक्तों ने प्रतिभाग़ कर पूर्ण अर्जित किया । इस दौरान सभी ग्रामीणों ने पांडव,भगवान श्री कृष्ण और हनुमान से क्षेत्र की खुशहाली, संपन्नता समृद्धि की कामना की ।
27 वर्षों बाद सांकरी में आयोजित पांडव लीला में पलायन कर चुके कई लोगों की वापसी से भी क्षेत्र में खुशहाली और आवाजाही है। धार्मिक अनुष्ठानों ,पैतृक कार्यों ,मंगल कार्यों में गांव आने वाले सभी लोग अब पांडव नृत्य में नृत्य का आनंद ले रहे हैं। आगामी 25 दिसंबर को पांडव लीला का पूर्णाहुति के साथ ही बृहद समापन किया जाएगा।
स्कंद पुराण के केदारखंड के अनुसार उत्तराखंड के विभिन्न नदी नालों को पार करते हुए पांडवों ने मोक्ष की प्राप्ति के लिए केदारनाथ धाम का गमन किया था। इसी दौरान जहां-जहां से भी पांडव इस मोक्ष यात्रा के दौरान गुजरे सभी गांव में पांडवों की यादों को अक्षुण्ण रखने के लिए पांडव नृत्य का आयोजन किया जाता है। इसी दौरान ऐरावत हाथी , गैंडा कैथीग आयोजन किया जाएगा ।
पांडव नृत्य समिति के अध्यक्ष राकेश ममगाईं ने बताया कि 27 वर्षों बाद पांडव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है ,उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में प्रत्येक 3 वर्ष बाद इस तरह के सनातनी अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा। पांडु की पत्नियां कुंती और माद्री के गर्भ से जन्मे पांच पांडवों के दर्शन के लिए प्रतिदिन सैकड़ो की तादाद में भक्त आकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। पांडव नृत्य के पांचवें दिन कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, दौलत सिंह , उपहार समिति के अध्यक्ष विपिन सेमवाल, ग्राम प्रधान कविता रावत, सामाजिक कार्यकर्ता अंकित राणा रहे, टीका ममगाईं समेत सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।
No comments