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तीन माह से नहीं पहुंचे डॉक्टर,मरीज परेशान

 तीन माह से नहीं पहुंचे डॉक्टर,मरीज परेशान।

ऊखीमठ ब्लॉक के  पलद्वाड़ी,राउंलेक,लमगोंडी आयुर्वेदिक अस्पताल में विगत तीन महीने से डॉक्टर नहीं।



(डेस्क तहलका यूके न्यूज रुद्रप्रयाग)

पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति कितनी बदहाल है इस बात का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि अस्पतालों में विगत तीन माह से डॉक्टर ही नहीं पहुंचे हैं। ये अस्पताल वार्ड ब्वॉय के भरोसे चल रहे हैं। 

ऊखीमठ ब्लॉक के  पलद्वाड़ी,राउंलेक,लमगोंडी आयुर्वेदिक अस्पताल में विगत तीन महीने से डॉक्टर नहीं पहुँचे हैं। यहां तैनात डॉक्टरों की ड्यूटी कोविड सेम्पलिंग में लगायी गयी है। जिस कारण ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जल्द इस सम्बंध में अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।  मक्कूमठ,पलद्वाड़ी,क्यार्क,उथिन्ड आदि गांवों के सैकड़ों ग्रामीण आयुर्वेदिक अस्पताल पलद्वाड़ी पर निर्भर हैं। अब यह अस्पताल तीन माह से वार्ड ब्वॉय के भरोसे चल रहा है। मध्यमहेश्वर घाटी के राउंलेक में तैनात डॉक्टर भी तीन माह से अस्पताल नहीं पहुँचे हैं। सीमांत गोंडार से लेकर रांसी,राउंलेक,उनियाणा,जग्गी बेडुला आदि गांव इसी अस्पताल निर्भर हैं। यही स्थित लमगोंडी में स्थित अस्पताल की भी है। 



क्षेत्र के हजारों लोग इन अस्पतालों पर निर्भर हैं। यहां तैनात डॉक्टर की ड्यूटी विभाग द्वारा विगत तीन माह से कोरोना की जांच में लगायी गयी है। जिससे मरीज दर दर भटक रहे हैं। ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए जनप्रतिनिधियों ने भी रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पहले ही पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाएं की स्थिति बेहद दयनीय है। 

कालीमठ वार्ड के जिपंस विनोद राणा ने कहा कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर नहीं है। तीन माह से डॉक्टरों की ड्यूटी सेम्पलिंग में है और मरीज इधर उधर भटक रहे हैं। जल्द डॉक्टरों की तैनाती की मांग की जाएगी। परकंडी वार्ड की जिपंस रीना बिष्ट ने कहा कि डॉक्टर न होने से लोगों को परेशानियां हो रही हैं,इस सम्बंध में उच्च अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी स्वदेश रावत ने बताया कि डॉक्टरों की ड्यूटी सेम्पिंग में होने से अस्पताल नहीं पहुँच रहे हैं। इस सम्बंध में सीएमओ से भी बात की गयी थी।

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