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जनपद रुद्रप्रयाग के चोपता-तुंगनाथ क्षेत्र में बुग्यालों का संरक्षक जरूरी: देखिये ये खास रिपोर्ट..... tungnath. chopta .तुंगनाथ रुद्रप्रयाग .Uttrakhand .तृतीयकेदार

जनपद रुद्रप्रयाग के चोपता-तुंगनाथ क्षेत्र में बुग्यालों का संरक्षक जरूरी: देखिये ये खास रिपोर्ट..... tungnath. chopta .तुंगनाथ रुद्रप्रयाग .Uttrakhand .तृतीयकेदार



(Tehelka uk न्यूज)

रुद्रप्रयाग-  जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित  प्रसिद्ध धार्मिक एंव पर्यटक स्थल चोपता-तुंगनाथ, जिसे उतराखण्ड का मिनीस्विट्जरलैंड भी कहा जाता है, यहाँ के सुंदर हरे भरे मखमली बुग्यालों,के साथ साथ पर्यावरण की स्वच्छता को बनाने रखना भी जरूरी है। आपको बताते चलें कि रुद्रप्रयाग  जिले के चोपता-तुंगनाथ घाटी में जहाँ तृतीय केदार श्री तुंगनाथ भगवान का प्रसिद्ध धाम है तो वही चोपता क्षेत्र पर्यटकों की पहली पसंदीदा जगह भी है। यहाँ  देश-विदेश से साल भर तीर्थ यात्रियों के अलावा टूरिस्ट आते जाते रहते हैं। मगर यहाँ के प्राकृतिक बुग्यालों की सुंदरता खतरें में भी दिखाई दे रही हैं।

 (हम आपको को यहाँ की खूबसूरत अलग-अलग तस्वीरें दिखा रहे हैं,जो कि आपको भी अपनी ओर आकर्षित करती दिखाई दे रही हैं।)


प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी चंद्र सिंह नेगी का कहना है कि प्रकृति के इस खूबसूरत अदभुत दृश्य ओर आध्यात्मिक स्थल पर आकर आनन्द लें, मगर यहाँ के सुंदर बुग्यालों पर शॉटकट रास्ते बनाकर इन्हें बर्बाद न करें, साथ ही यहाँ पर प्लास्टिक बोतलों,बिस्कुट,चिप्स आदि के  पॉलिथीन का स्तेमाल ना करें, इससे यहाँ की प्राकृतिक सुंदर को भी नुकसान पहुँच रहा है। उन्होंने देश विदेश से आने वाले सभी यात्रियों व पर्यटकों से अपील की है कि हिमालय की इन सुंदर वादियों को सरंक्षण, सम्बर्धन में अपना पूर्ण सहयोग भी दें, ताकि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता बची रहें।

अपर निदेशक पर्यटन पूनम चन्द्र ने कहा कि चोपता-तुंगनाथ क्षेत्र ईको टेरिज्म के अंतर्गत केदारनाथ वन प्रभाग के अधीन आता है, जिसकारण यहाँ पर अभी तक  बिजली,शौचालयों जैसी मूल भूत सुविधाओं की कमी है, उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग वन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर यहाँ पर मुख्य रूप से शौचालयों के लिए प्रयास करेगा, ताकि गन्दगी इधर उधर न फैले।

रुद्रप्रयाग से आये 80 वर्षीय बुजुर्ग दलीप सिंह बिष्ट ने चोपता-तुंगनाथ आ रहे सभी श्रद्धालुओं एंव पर्यटकों से निवेदन किया है कि आप रास्तों का ही स्तेमाल करें, शार्टकट के चक्कर में बुग्यालों को नुकसान न पहुँचाये, साथ ही अपने साथ जो भी प्लास्टिक आदि सामान ला रहे हो उसे सुरक्षित जगहों पर कूड़ेदान में ही डाले।


वहीँ श्रद्धालुओं एंव पर्यटकों ने भी यहाँ के खूबसूरत बुग्यालों को   सुरक्षित रखने के लिए सभी से अपील की है। साथ ही चोपता-तुंगनाथ मार्ग पर स्वच्छता हेतु शौचालयों औऱ बिजली, नेटवर्क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार से निवेदन भी किया है।

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